उदयपुर। ग्राम सालही के बैगापारा में गुरुवार को PCB कोल परियोजना के विरोध में ग्रामीणों ने अपने विभिन्न मांगों को लेकर राजस्थान राज्य विद्युत निगम लिमिटेड को आबंटित और अडानी द्वारा संचालित PCB कोल परियोजना के विरुद्ध धरना-प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन सुबह लगभग 11:30 बजे से प्रारंभ हुआ, और दोपहर दो बजे तक चला जिसमें सालही, हरिहरपुर, फतेहपुर सहित आसपास के ग्रामों के ग्रामीण बड़ी संख्या में शामिल हुए।
ग्रामीणों की प्रमुख मांग है कि घाटबर्रा ग्राम के समान मुआवजा उन्हें भी दिया जाए। उल्लेखनीय है कि PEKB घाटबर्रा के प्रभावितों को प्रति एकड़ ₹23,82,952 का मुआवजा दिया जा रहा है, जबकि सालही क्षेत्र के प्रभावितों को इससे लगभग आधी राशि दी गई है। सौ से अधिक परिवारों ने मुआवजा ले भी लिया है। कुछ ग्रामीण अभी भी मुआवजा लेना शेष है। ग्रामीणों ने कहा कि एक ही कंपनी द्वारा संचालित एक ही जगह पर दो परियोजना क्षेत्र में समान मुआवजा मिलना चाहिए।

अन्य मांगों में वर्ष 2024 तक 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके युवाओं को रोजगार देने, ग्रामीण सड़कों से कोयला ट्रक परिवहन को बंद करने, पुनर्वास और व्यवस्थापन तथा अन्य सात–आठ स्थानीय मांगों को पूरा करने की बात शामिल थी।
आज का यह आंदोलन सांकेतिक धरना प्रदर्शन के रूप में किया गया। प्रशासनिक अधिकारियों में तहसीलदार उदयपुर विकास जिंदल, तथा अडानी कंपनी की ओर से लैंड डिपार्टमेंट के राजेश साव और अमित तिवारी उपस्थित रहे। पुलिस प्रशासन भी मौके पर मौजूद रहा।
ग्रामीणों की ओर से जिला पंचायत सदस्य रैमूनिया करियाम, पूर्व जनपद सदस्य बालसाय कोर्राम, पूर्व सरपंच विजय सिंह कोर्राम, जनपद सदस्य श्रवण सिंह, आनंद सिंह, जय लाल सहित अनेक ग्रामीण उपस्थित रहे।
मौके पर हुई बातचीत के बाद यह निर्णय लिया गया कि कंपनी और प्रशासन को 15 दिन का समय दिया जाएगा। यदि इस अवधि में मांगों का निराकरण नहीं हुआ तो ग्रामीण 10 नवंबर 2025 को पुनः इसी स्थान पर धरना-प्रदर्शन करेंगे। प्रदर्शन में लगभग 45 से 50 ग्रामीण शामिल रहे।