अब ब्रह्मोस मिसाइल बनने जा रहा है और भी खतरनाक, प्रख्यात वैज्ञानिक ने बताई खासियत, बोले – इसे भेदना लगभग नामुमकिन

Features of Brahmos Missile : भारत और पाकिस्तान के बीच बीते दिनों हुए सैन्य संघर्ष में दुनिया ने भारत के रक्षा उत्पादों की ताकत देखी थी। भारत ने पाकिस्तान पर 15 ब्रह्मोस मिसाइल दागीं, जिन्होंने 11 एयरबेसों को तबाह कर दिया था। ब्रह्मोस मिसाइल दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों में से एक है। इसके साथ ही इसका निशाना भी एकदम सटीक है। इस बीच अब ब्रह्मोस एयरोस्पेस (BrahMos Aerospace) के पूर्व सीईओ, प्रख्यात वैज्ञानिक एवं ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के बोर्ड ऑफ गवर्नर के सदस्य सुधीर मिश्रा इस मिसाइल को लेकर बड़ी जानकारी दी है।

उन्होंने कहा है कि ब्रह्मोस मिसाइल का कोई जवाब नहीं है। इसे कहीं से भी चलाया जा सकता है। अब इसकी न्यू जनरेशन मिसाइल की मारक क्षमता बढ़ाने की दिशा में काम किया जा रहा है। ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल जैसी क्षमता हासिल करने में चीन और पाकिस्तान बहुत पीछे हैं। इसकी तीन मुख्य विशेषताएं हैं। इसकी गति ध्वनि की गति से तीन गुणा है। दुश्मन के रडार पर ब्रह्मोस मिसाइल अपनी गति के कारण केवल 10 किलोमीटर के दायरे तक दिखाई दे सकती है। इतने सीमित दायरे में किसी भी एयर डिफेंस सिस्टम से इसे भेदना लगभग नामुमकिन है।

उन्होंने बताया कि यह मिसाइलें 290 से 400 किमी की दूरी तक दुश्मन को निशाना बना सकती हैं। नई जनरेशन की ब्रह्मोस मिसाइलों का वजन 1,290 किलोग्राम होगा, जो मौजूदा मिसाइल से काफी कम है।

इन देशों से भी आ रही डिमांड

रिपोर्ट्स के मुताबिक ब्रह्मोस मिसाइल की ताकत देखने के बाद दुनिया के कई देशों से ब्रह्मोस को लेकर डिमांड आ रही है। इसमें कई मुस्लिम देश भी शामिल हैं। भारत और इंडोनेशिया के बीच बातचीत चल रही है और जल्द ही ब्रह्मोस मिसाइल को लेकर डील फाइनल भी हो सकती है। इसके अलावा वियतनाम भी अपने सेना और नौसेना के लिए ब्रह्मोस मिसाइल खरीदने की योजना बना रहा हैं। इन देशों के अलावा थाईलैंड, सिंगापुर, ब्रुनेई, ब्राजील, चिली, अर्जेंटीना, वेनेजुएला, मिस्र, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, कतर और ओमान जैसे देशों ने भी इसमें रुचि दिखाई है।

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