महाराष्ट्र के नांदेड में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां पुष्पांजलि माध्यमिक स्कूल के प्रिंसिपल ने पेपर चेक करने के बहाने नाबालिक छात्रा के मोबाईल पर वीडियो कॉल कर अश्लील हरकतें की. मामला सामने आने के बाद प्रिसिंपल ने बदनामी के डर से जहर खाकर अपनी जान दे दी. प्रिंसिपल ने मरने से पहले एक सुसाइड (Suicide) नोट लिखा है, जिसमें उसने छात्रा और उसके परिजनों पर मानसिक रूप से परेशान करने का आरोप लगाया है. अब पुलिस ने छात्रा और उसके परिवार के लोगों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया है.
दरअसल नादेड़ के पसादगांव के पास स्थित पुष्पांजलि माध्यमिक स्कूल के प्रिंसिपल सुनील कारामुंगे ने 10वी कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा का वीडियो कॉल पर यौन उत्पीड़न किया. प्रिसंपल ने पेपर चेक करने के बहाने उसके मोबाइल पर वीडियो काॅल की गंदी हरकतें की.
छात्रा ने इसकी जानकारी अपने माता-पिता को दी. प्रिंसिपल के हरकत से गुस्साए परिजनों ने प्रिसिंपल को बाहर बुलाकर उसकी पिटाई कर दी. छात्रा ने शिवाजीनगर थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई. चूंकि पीड़िता नाबालिग थी, पुलिस ने प्रिंसिपल के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया. इसकी जानकारी लगते ही सुनील कारामुंगे डर गए. उन्हें लगा कि उनकी बदनामी होगी. इसी डर से उन्होंने जहर खा लिया.
प्रिंसिपल के परिवार ने उन्हें तुरंत एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया. हालांकि इलाज के दौरान शुक्रवार दोपहर उनकी मौत हो गई. मरने से पहले सुनील ने एक नोट लिखा, जिसमें उन्होंने कहा कि पीड़ित लड़की के परिवार ने मुझे मानसिक रूप से परेशान किया, इसलिए मैं खुदकुशी कर रहा हूं.
मृतक प्रिंसिपल के परिवार ने पीड़ित छात्रा और उसके माता-पिता व भाई के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कराया. पुलिस अब दोनों पक्षों की जांच कर रही है. पुलिस इंस्पेक्टर शिवाजी गुरमे ने कहा कि हम इस मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं. इस केस में दोनों पक्षों के दावों को देखा जा रहा है.