CG : भाजपा नेता ने मांगी इच्छा मृत्यु, इलाज की जिम्मेदारी लेंगे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पीएम मोदी की सभा के दौरान हुआ था हादसा
रायपुर/सूरजपुर : छत्तीसगढ़ की राजनीति और समाज को झकझोर देने वाली एक मानवीय कहानी सामने आई है। भाजपा के तत्कालीन मंडल महामंत्री विशंभर यादव ने अपनी गंभीर बीमारी और आर्थिक तंगी से टूटकर मुख्यमंत्री से इच्छा मृत्यु की अनुमति मांगी है। सड़क हादसे में स्थायी विकलांगता का शिकार हुए यादव ने पत्र लिखकर अपनी व्यथा प्रकट की है।
इस घटना की जानकारी लगते ही प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विशंभर यादव और उनकी पत्नी से फोन पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि इस कठिन समय में वे अकेले नहीं हैं। रायपुर में उनके इलाज की संपूर्ण व्यवस्था की जाएगी। भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा—
“सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया। सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चित् दुःखभाग् भवेत्।”
साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि विशंभर यादव को अच्छा इलाज दिलाना और उन्हें स्वस्थ करना उनकी प्राथमिकता होगी।
हादसे की दर्दनाक पृष्ठभूमि
जुलाई 2023 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रायपुर सभा में शामिल होने के लिए सूरजपुर जिले के कार्यकर्ताओं को लेकर जा रही बस बेमेतरा के पास हादसे का शिकार हो गई थी। इस हादसे में दो कार्यकर्ताओं की मौत हो गई थी, जबकि तत्कालीन भाजपा मंडल महामंत्री विशंभर यादव गंभीर रूप से घायल हुए।
दिल्ली एम्स में उनका रीढ़ की हड्डी का ऑपरेशन किया गया, लेकिन वे स्थायी रूप से दिव्यांग हो गए। एक महीने से अधिक इलाज के दौरान करोड़ों का खर्च परिवार ने स्वयं वहन किया। भाजपा संगठन की ओर से शुरू में सहयोग का आश्वासन दिया गया, लेकिन समय बीतने के साथ यह मदद ठंडी पड़ गई।
आर्थिक संकट और भाजपा से नाराजगी
विशंभर यादव ने बताया कि पिछले दो वर्षों में इलाज में 30 से 35 लाख रुपये खर्च हो चुके हैं। हर महीने 30 से 40 हजार रुपये का मेडिकल खर्च अलग से हो रहा है। इलाज के चलते परिवार की सारी जमा पूंजी खत्म हो गई। पत्नी के जेवर तक बिक गए और रिश्तेदारों से भी कर्ज लेना पड़ा।
उन्होंने दुख जताया कि कार्यकर्ताओं को पार्टी की रीढ़ बताने वाली भाजपा अब उनकी सुध तक नहीं ले रही है। उनके दोनों शिक्षित पुत्रों को नौकरी तक नहीं दिलाई गई। कई बार पार्टी नेताओं से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन किसी ने फोन तक रिसीव करना जरूरी नहीं समझा।
इच्छा मृत्यु की मांग
इन्हीं परिस्थितियों से टूटकर विशंभर यादव ने मुख्यमंत्री से इच्छा मृत्यु की अनुमति मांगी है। उनका कहना है कि जब जीना ही बोझ बन जाए और इलाज का खर्च उठाना संभव न हो, तो मर जाना ही उचित है।पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए उन्हें भरोसा दिलाया है कि वे रायपुर आकर इलाज कराएं। उनकी पूरी जिम्मेदारी ली जाएगी।