CG: किसान से ठगी, तांत्रिक ने गड़ा सोना निकालने के नाम पर ठग लिए 13 लाख रुपये और सोने-चांदी के जेवर
अंबिकापुर:- सरगुजा जिले के सेदम गांव निवासी एक किसान परिवार से गड़ा सोना निकलवाने और बेटी पर जादू-टोना होने का डर दिखाकर कथित तांत्रिक ने 13 लाख रुपये नकद और सोने-चांदी के जेवर ठग लिए। ठगी का एहसास होने पर पीड़ित किसान ने बतौली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने प्रकरण पंजीकृत कर कथित तांत्रिक की पहचान सुनिश्चित करने का प्रयास शुरू कर दिया है। उसके द्वारा उपयोग किए गए मोबाइल नंबरों को जांच के दायरे में रखा गया है।
क्या है मामला
बतौली थाना क्षेत्र के ग्राम सेदम निवासी किसान महेंद्र सिंह पैकरा (37) ने पुलिस को बताया कि पांच अक्टूबर की सुबह सूरज तिवारी नामक व्यक्ति उनके घर आया। उसने खुद को नासिक का निवासी बताया और दावा किया कि उनके घर के आंगन में सोना-चांदी गड़ा हुआ है। साथ ही यह भी कहा कि महेंद्र की बेटी पर किसी ने जादू-टोना किया है।
जिसे विशेष तांत्रिक क्रिया से ही ठीक किया जा सकता है।कथित तांत्रिक के कहने पर आंगन में गड्ढा खुदवाया गया, जिसमें पांच नारियल रखवाए गए। परिवार से कहा गया कि रोज सुबह-शाम वहां दिया जलाया जाए। तांत्रिक ने यह शर्त भी रखी कि जब 13 लाख रुपये इकट्ठा हो जाएंगे, तभी वह “खास दवा” देगा, जिससे गड़ा हुआ खजाना बाहर आएगा।
दवा का डिब्बा दिया
जब महेंद्र सिंह पैकरा के पास 13 लाख रुपये जुट गए, तो उन्होंने सूरज तिवारी को फोन किया। तिवारी ने उन्हें पैसे लेकर रायपुर बुलाया। अक्टूबर माह में महेंद्र और उनकी पत्नी रायपुर पहुंचे, जहां बस स्टैंड पर तांत्रिक ने उनसे 13 लाख रुपये नकद ले लिए और बदले में एक दवा का डब्बा थमा दिया।
इतना ही नहीं, उसने झांसा देकर महेंद्र की पत्नी से सोने की कान की बाली और तीन पायल भी उतरवा लीं। तांत्रिक ने कहा कि दवा को आंगन में खोदे गए गड्ढे में डाल दिया जाए। उसने दावा किया कि बाद में वह अपने लोगों के साथ गड्ढा खुदवाएगा, जिसमें से सोने-चांदी से भरे मटके निकलेंगे, जिनकी कीमत करीब 11 करोड़ रुपये होगी। इसके लिए वह दिल्ली से खरीदार लाने की बात भी कहता रहा। इस दौरान उसने पति-पत्नी के मोबाइल फोन भी अपने पास रख लिए।
महेंद्र पैकरा और उनकी पत्नी सेदम लौट आए और तांत्रिक के कहे अनुसार दवा गड्ढे में डाल दी। लेकिन ढाई महीने बीत जाने के बाद भी जब सूरज तिवारी वापस नहीं आया और उसका मोबाइल नंबर बंद मिलने लगा, तो परिवार को ठगी का संदेह हुआ। गड्ढा खोदने पर वहां केवल दबे हुए नारियल ही मिले।