22 से 25 दिन पुरानी हाथी की मौत पर सवाल, ग्रामीणों ने बीट गार्ड पर लापरवाही का लगाया आरोप
लीलांबर यादव / धरमजयगढ़
रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ से एक बड़ी खबर सामने आई है। वनमंडल धरमजयगढ़ के बोरो रेंज के रुवाफुल बीट में कंपार्टमेंट नंबर 667 आरएफ जंगल में एक हाथी का कंकाल मिलने से वन विभाग में हड़कंप मच गया है। सबसे पहले यह सूचना पत्रकारों को मिली, जिन्होंने मौके पर पहुंचकर हाथी के कंकाल की पुष्टि की। इसके बाद बीट गार्ड और हाथी मित्र दल ने जंगल में छानबीन करते हुए हाथी का कंकाल बरामद किया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, हाथी की मृत्यु लगभग 22 से 25 दिन पहले हुई प्रतीत हो रही है। बोरो रेंजर रामजी सिदार ने बताया कि घटना की जांच के लिए फोरेंसिक टीम को बुलाया गया है। टीम ने मौके पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
ग्रामीणों का आरोप:
इस मामले में ग्रामीणों ने बीट गार्ड पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि बीट गार्ड अपनी ड्यूटी ठीक से नहीं निभाता और जंगल में गश्त करने के बजाय ड्रोन कैमरे से निगरानी करता है। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि हाथी की मौजूदगी की सूचना देने पर बीट गार्ड मौके पर नहीं आता, बल्कि उल्टा ग्रामीणों को धमकाता है और अफवाहें न फैलाने की चेतावनी देता है।
जंगल में अव्यवस्था:
घटना स्थल पर पत्रकारों ने जंगल में पेड़ों की कटाई के कई प्रमाण देखे। इससे वन विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यदि बीट गार्ड ने अपनी जिम्मेदारी ठीक से निभाई होती, तो इस तरह की बड़ी घटना शायद नहीं होती।
रेंजर की बाइट:
बोरो रेंजर रामजी सिदार ने कहा, “हाथी की मौत के कारणों का पता लगाने के लिए फोरेंसिक जांच कराई जा रही है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।”
वन विभाग अब इस मामले में आवश्यक कार्रवाई कर रहा है, लेकिन ग्रामीणों के आरोपों और हाथी की मौत ने विभाग की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।


