दुर्ग। गर्मी बढ़ने के साथ ही दुर्ग जिले में आगजनी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। रविवार सुबह चिखली स्थित नारायण राइस मिल में भीषण आग लग गई, जिसने लाखों रुपये के धान को अपनी चपेट में ले लिया। यह राइस मिल कैलाश रूंगटा के स्वामित्व की बताई जा रही है। सुबह करीब 7.30 बजे शुरू हुई इस आग पर काबू पाने के लिए जिला अग्निशमन विभाग को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। लगभग 12 बजे आग पर नियंत्रण पाया जा सका।
बता दें कि सुबह जैसे ही राइस मिल से धुआं उठता दिखा, वहां काम कर रहे मजदूरों ने तुरंत मालिक को सूचित किया। देखते ही देखते धुआं आग की लपटों में बदल गया और तेजी से पूरे परिसर में फैलने लगा। मजदूरों को तत्काल बाहर निकाला गया और जिला अग्निशमन केंद्र को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही अग्निशमन विभाग ने चार से पांच गाड़ियां मौके पर भेजीं, लेकिन आग की भयावहता को देखते हुए 25 से 30 फायर ब्रिगेड गाड़ियों की जरूरत पड़ी। आग की चपेट में आने से बारदानों में भरे धान के साथ-साथ खुले में रखा धान भी जलकर राख हो गया।
धान की गुणवत्ता पर भी असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है। प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है, हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है। जिला अग्निशमन अधिकारी नागेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि आग को पूरी तरह बुझा दिया गया है और दोबारा आग न भड़के इसके लिए धान और बारदानों पर पर्याप्त पानी डाला गया। आग बुझाने के दौरान जेवरा सिरसा चौकी पुलिस की टीम भी मौके पर मौजूद रही। पुलिस ने मजदूरों और आसपास के लोगों को मिल परिसर से दूर रखा, ताकि किसी तरह की जनहानि न हो। आग लगने के सटीक कारणों का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी गई है।